गुरुवार, 16 फ़रवरी 2017

मन एक "प्रिज्म" है !

आत्मा की 
किरणे श्वेत रंग की
जब तिमिर आवरण 
को चीरकर 
मन नाम के
प्रिज्म से टकराती है 
तब यह 
ब्लैक एण्ड व्हाईट दुनिया 
इंद्रधनुषी दिखाई देने 
लगती है  !
खूबसूरत खयाली 
घूँघट की ओट में 
छिप जाती है प्रकृति 
सुंदरता अवर्णनीय 
है जिसकी  !

6 टिप्‍पणियां:

  1. सच है आत्मा जब सुन्दर रूप में परिवर्तिती होती है तो आनद की कोई सीमा नहीं रहती ... अकल्पनीय हो जाती है ...

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  3. Sunder shabd sanyojan...
    Mere blog ki new post par aapka swagat hai.

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  4. साथॆक प्रस्तुतिकरण......
    मेरे ब्लाॅग की नयी पोस्ट पर आपके विचारों की प्रतीक्षा....

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