(1)
देश सेवा के नाम पर
मची है लुट ही लुट
सोनिया के दामाद है
क्या इसलिए छुट ?
***
(2)
(2)
भ्रष्टाचार के पेड़ की जड़े
गहरे जमीन में, फैली शाखायें
आसमान में, फिर भी मनमोहन जी
कह रहे "पैसा पेड़ पर नहीं लगता" !
***
(3)
(3)
देख कर दीवाली पर
हैरान हो रहे हम
केजरीवाल फोड़ रहे है
धमाकेदार पटाखे बम !
***
(4)
(4)
मेहनत की कमाई
पावर है मनी
बारूद में उड़ा रहे
ये कैसी मनमानी !
***
(5)
(5)
महंगाई के इस दौर में
हम आपसे कैसे कहे
हैप्पी दीवाली
शुभ दीवाली !
***
(6)
(6)
शुभ गायब हुआ है
हमारे जीवन से
सब लाभ ही लाभ
देख रहे जब !
***
(7)
(7)
यदि उपहार में,
देंगे टिप्पणियाँ अपार
तभी तो मनेगा
खुशहाल त्योहार :)
***
***
:):) कुछ पटाखे और फुलझड़ियाँ नहीं ये तो रस्सी वाले बम हैं :)
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें तो दे ही सकते हैं ...
बहुत खूबसूरत प्रस्तुति,,,,
जवाब देंहटाएंदीपावली की ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ,,,,
RECENT POST:....आई दिवाली,,,100 वीं पोस्ट,
1 -
म्यूजिकल ग्रीटिंग देखने के लिए कलिक करें,
2 -
म्यूजिकल ग्रीटिंग देखने के लिए कलिक करें,
उम्दा पंक्तियाँ ..बेह्तरीन अभिव्यक्ति .बहुत अद्भुत अहसास.सुन्दर प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंदीपावली की हार्दिक शुभकामनाये आपको और आपके समस्त पारिवारिक जनो को !
मंगलमय हो आपको दीपो का त्यौहार
जीवन में आती रहे पल पल नयी बहार
ईश्वर से हम कर रहे हर पल यही पुकार
लक्ष्मी की कृपा रहे भरा रहे घर द्वार..
अति सुन्दर प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंआपको सहपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ
:-)
दीपावली पर आपको सपरिवार मंगलकामनाएं !
जवाब देंहटाएंदीपावली की अनंत शुभकामनाएँ!!
जवाब देंहटाएंनया पोस्ट.. प्रेम सरोवर पर देखें।
सुमन जी इतने सारे पटाखे ....???
जवाब देंहटाएंदेखिएगा किसी को लग न जाये ....:))
अच्छी रचना
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
मेरी टिप्पणी नहीं दिख रही .... स्पैम में देखिएगा
जवाब देंहटाएंस्पैम में देखा नहीं है :(
हटाएंbahut sundar
जवाब देंहटाएंआपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 08 - 11 -2012 को यहाँ भी है
जवाब देंहटाएं.... आज की नयी पुरानी हलचल में ....
कुछ पटाखे , कुछ फुलझड़ियाँ और कुछ उदास चुप्पियाँ.. .
आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 15 - 11 -2012 को यहाँ भी है
जवाब देंहटाएं.... आज की नयी पुरानी हलचल में ....
कुछ पटाखे , कुछ फुलझड़ियाँ और कुछ उदास चुप्पियाँ.. .
सुविचारित -लाभ में मगन हो जाते हैं लोग , शुभ कौन देखता है यही तो रोना है!
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया :))
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएँ
बहुत सुंदर रचना |
जवाब देंहटाएंஜ●▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬●ஜ
ब्लॉग जगत में नया "दीप"
ஜ●▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬●ஜ
शुभ गायब हुआ है बस लाभ ही लाभ रह गया है सचमुच । अच्छी रचना
जवाब देंहटाएंयदि उपहार में,
जवाब देंहटाएंदेंगे टिप्पणियाँ अपार
तभी तो मनेगा
खुशहाल त्योहार :)
Mera vada hai karuga tippaniyon ki bharmar .... es bar khushi se manayiye ap diwali ka tyauhar
अच्छी रचना
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर..