बुधवार, 7 अगस्त 2013

मौसमी फूल …

कुछ फूल 
मौसमी होते है 
जो विशेष मौसम 
में ही पौधों पर  
खिलते है 
अपने रूप,रंग,
गंध से माली को 
ही नहीं, भौरों,
तितलियों को 
आते-जाते राह 
पथिकों को अपने 
सौन्दर्य से पल भर 
आवाक कर 
देते है  … !
कुछ फूल पौधों पर 
सदाबहार खिलते है 
अपनी विशेष 
खुशबु से भौरों,
तितलियों को 
आकर्षित तो करते 
ही है लेकिन 
आस पास के 
सारे परिसर को 
प्रदूषण मुक्त भी  
रखते  है  … !
इन,
मौसमी फूलों का 
पौधों पर खिलना 
सदाबहार फूलों का 
सदाबहार होना 
क्या इसे प्रकृति की 
भूल माने या की 
चमत्कार  …. ??

11 टिप्‍पणियां:

  1. प्रकृति कहाँ भूल करती हैं दी....
    उसने तो कई सुन्दर चमत्कारों से नवाज़ा है हमें....

    हम इंसान ही हैं जो कभी भूल से तो कभी जानते बूझते प्रकृति को चोट देते रहते हैं...

    सादर
    अनु

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  2. अनेक रंग बिरंगे पुष्प सदा मन को प्रफुल्लित कराते हैं ....मुझे तो यह प्रकृती का चमत्कार ही लगता है ....!!:))

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  3. प्रकृति सदा समायोजन करती रहती है. जैसे फ़ूलों के प्रकार हैं क्या वैसे ही इंसानों के भी ऐसे ही स्वभाव नही हैं?

    सटीक चिंतन.

    रामराम.

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  4. प्रकृति में सबके लिए जगह है!

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  5. हमें तो समझ ही नहीं आया..
    तीज की बधाई और ईद मुबारक स्वीकार करें !

    ईद का दिन है, गले आज तो मिल ले आकर ,
    रस्म-ऐ-दुनिया भी है,मौक़ा भी है,दस्तूर भी है।

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    उत्तर
    1. सबसे प्यारी और इमानदार टिप्पणी है यह,
      ताऊ जी की टिप्पणी पर गौर करे समझ जायेंगे
      आभार :) !

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  6. रंग बिरंगे फूल तो प्रकृति के चमत्कार ही तो है सबसे खुबसूरत रचना ....

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  7. सारगर्भित रचना के लिए आभार

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