रविवार, 13 मई 2012

घूंघट-सी घनेरी पलकों में,....


सिगमंड फ्रायड ने कहा है 
मनुष्य को जिंदा रहने के लिये 
सपने चाहिए, .....सच है 
सबकी राते एक-सी काली 
पर सपनों के रंग अलग है 
किसी के सपने श्वेत शाम 
किसीके सपने इन्द्रधनुषी 
घूँघट सी घनेरी पलकों में,
किसी किसी के पीत गुलाबी 
अगर खुद को जिंदा रखना 
हो तो, एक प्यारा सा
सपना पाल कर देखिये 
बिना सपने के मुरझाता है 
मन मर जाती है जिंदगी 
एक ऐसा सपना जो 
देर तक खुद को
सुलाए नहीं, जिलाए ......


18 टिप्‍पणियां:

  1. अगर खुद को जिंदा रखना
    हो तो, एक प्यारा सा
    सपना पाल कर देखिये
    बिना सपने के मुरझाता है
    मन मर जाती है जिंदगी ....sahi bat sapne hain to jivn hai.....

    जवाब देंहटाएं
  2. आपने सही कहा,...मनुष्य को जिंदा रहने के लिये
    सपने चाहिए, और ये .....सच भी है

    सुंदर भाव पुर्ण अभिव्यक्ति ,...

    MY RECENT POST ,...काव्यान्जलि ...: आज मुझे गाने दो,...

    जवाब देंहटाएं
  3. @एक ऐसा सपना जो
    देर तक खुद को
    सुलाए नहीं, जिलाए ....
    - सच है!

    जवाब देंहटाएं
  4. घूँघट सी घनेरी पलकों में,
    हम कहाँ छिपे बतलाओ तो

    जवाब देंहटाएं
  5. भाव पुर्ण सुंदर अभिव्यक्ति ,

    जवाब देंहटाएं
  6. सपनों की अपनी दुनिया है। व्याख्याएं भी अलग-अलग। सपने इतने महत्वपूर्ण हैं कि बाल-मन उसके बगैर ठीक से विकसित नहीं हो सकता। सपना है,तो उम्मीद है। सुना है,दुनिया भी उम्मीद पर ही क़ायम है!

    जवाब देंहटाएं
  7. वह महान मनो वैज्ञानिक था, इसीलिए तो उसने कहा कि देखिए सपने। देखेंगे तभी तो पूर्ण होने के अवसर होंगे।

    जवाब देंहटाएं
  8. अगर खुद को जिंदा रखना
    हो तो, एक प्यारा सा
    सपना पाल कर देखिये

    Waah... jeene ki rah sujhati rachna

    जवाब देंहटाएं
  9. सपने आस की तरह ही होते हैं जो जीवन को गतिमान रखते हैं !

    जवाब देंहटाएं
  10. सपने ही तोह वह वजह है ...जो हमें हतोत्साहित नहीं होने देते .....जीने का धेय और खुश रहने की ताक़त देते हैं !!!

    जवाब देंहटाएं
  11. एक ऐसा सपना जो
    देर तक खुद को
    सुलाए नहीं, जिलाए ......
    आपके नाम को चरितार्थ करती ,बहुत सुंदर राह दिखाती ...प्रेरित करती रचना ...!!
    शुभकामनायें सुमन जी ....!!

    जवाब देंहटाएं
  12. कल 22/05/2012 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in (विभा रानी श्रीवास्तव जी की प्रस्तुति में) पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
    धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत सुन्दर प्रस्‍तुति। मेरी कामना है कि आप अहर्निश सृजनरत रहें । मेरे नए पोस्ट अमीर खुसरो पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।

    जवाब देंहटाएं
  14. हालांकि अधिकांशतः मैं फ्रायड के विपरीत विचारधारा वाला व्यक्ति हूँ.. परन्तु आपकी रचना बेशक बहुत अच्छा सन्देश दे रही है... और अभिव्यक्ति भी बहुत सुन्दर है.
    सादर

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. फ्रायड एक मनोवैज्ञानिक है, सपनों पर बहुत शोध किया है उन्होंने लेकिन मै उनका समर्थन नहीं कर रही हूँ सिर्फ उनका आधार लिया है !
      मै जिस सपने कि बात कर रही हूँ वह सपना कम लक्ष्य ज्यादा है ! और मेरी नजर में लक्ष्य भी एक सपना है !
      अंधा व्यक्ति सपना नहीं देख सकता सपने देखने के लिये आँख का होना जरुरी है, आँख वाले भी ज्यादातर अंधे ही
      होते है ! यही दर्शाना था इस रचना में , आभार टिप्पणी के लिये !

      हटाएं
  15. सिगमंड फ्रायड ने कहा है
    मनुष्य को जिंदा रहने के लिये
    सपने चाहिए,....................एक ऐसा सपना जो
    देर तक खुद को
    सुलाए नहीं, जिलाए ...aadmi swapn dekhe per swpn hee naa dekhe...behtarin rachna sadar badhayee aaur sadar amantran ke sath

    जवाब देंहटाएं