जब भी मेरी
भावनाओं को
व्यक्त करने को
मिल जाते है
सही शब्द, सही रूप,
सही आकार तब
जन्म लेती है
एक कविता नई
और अनायास ही
फिर से जीने का
बहाना मिल जाता है
एक नया सच में,
इन कविताओं का
सृजन केवल एक
बहाना ही तो है
सन्देश तुम तक
पहुँचाने का
अन्यथा मै कह
न पाती कभी
तुम सुन पाते
दिल की बात
दूर क्षितिज के
पार
प्रिय तुम्हारा
गाँव !
कविता जगत में आपका स्वागत है....
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें !
इन कविताओं का
जवाब देंहटाएंसृजन केवल एक
बहाना ही तो है
सन्देश तुम तक
पहुँचाने का
वाह...बहुत अच्छी रचना...बधाई स्वीकारें
नीरज
इन कविताओं का
जवाब देंहटाएंसृजन केवल एक
बहाना ही तो है
सन्देश तुम तक
पहुँचाने का बहुत,..
वाह!!!!!बहुत सुंदर अभिव्यक्ति,सुमन जी
MY RECENT POST काव्यान्जलि ...: कवि,...
आभार दीदी -
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति ।।
शब्द निवेदन में यही, यही शब्द सन्देश |
कविता हो जाते अगर, बढ़ता भावावेश |
बढ़ता भावावेश, माध्यम अच्छा पाया ।
बसे दूर परदेश, पिया के पास पठाया ।
सुरभित सुमन सुगंध, संग में कंटक भेदन ।
शब्द भाव बिन व्यर्थ, बांचिये शब्द निवेदन ।।
बहुत सुंदर सुमन जी.....
जवाब देंहटाएंसच बात है, अपनी बात आसानी से कही जा सकती है कविता के माध्यम से....
बहुत प्यारे भाव,
अनु
बहुत ही सुन्दर भावोक्ति सुमनजी!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भावमयी प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंदूर क्षितिज के
जवाब देंहटाएंपार
प्रिय तुम्हारा
गाँव !bahut hi bhavpurn rachna.
बहुत अच्छी रचना...बधाई स्वीकारें
जवाब देंहटाएंकुछ अनकहा,अनसुना है,तभी प्रेम है और उसी से कविता भी।
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना,
जवाब देंहटाएंअन्यथा मै कह
जवाब देंहटाएंन पाती कभी
तुम सुन पाते
दिल की बात.
भावनाओं के सम्प्रेषण का अद्भुत तरीका ईजाद किया है सुमन जी.
सुंदर प्रस्तुति.
बहुत खूब ..
जवाब देंहटाएंकविता तो एक बहाना है ..
अपनी बात सुनना सुनाना है ...
बहुत सुंदर! दूरी तो दिलों की है, ज़मीनी दूरी कोई दूरी कहाँ!
जवाब देंहटाएंसुंदर पोस्ट । मेरे पोस्ट पर आपका स्वागत है । धन्यवाद ।
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