थोड़ा छू लेने दो प्रभु को !
बुढ़ापे को रिवर्स तो
नहीं किया जा सकता
पर हाँ
चिड़चिड़े,सनकी,खूसट
बुढा/बूढ़ी होने से
खुद को
बचाया जा सकता है
थोड़े कलात्मक उपाय
करके !
थोड़ा योग,प्रयोगी हो जाओ !
थोड़ा ध्यान,प्रेममय हो जाओ !
थोड़ा गीत,संगीतमय हो जाओ !
थोड़ा काव्यसे,रसमय हो जाओ !
सुख दुःख की बरसों की जमीं
गाठों को पिघलाकर
थोड़ा छू लेने दो प्रभु को !
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