रविवार, 28 सितंबर 2014

ताउम्र जवां बने रहने का नुस्खा ..

जिंदगी भी ना 
अच्छे-बुरे 
तीखे-कड़वे 
खट्टे-मीठे 
अनुभव लेने की 
आला पाठशाला है  !
यहाँ,
इन अनुभवों के 
नित नवे पाठ 
पढ़िए लेकिन 
रात सोने से 
पहले 
पढ़े पाठ भुला 
दीजिये !
ताउम्र जवां,
खूबसूरत,स्वस्थ, 
तनावरहित बने 
रहने का 
खास नुस्खा 
यह जरूर 
अपनाईये !
महंगे क्रीम 
कॉस्मेटिक सभी 
बेकार है इस 
कीमती नुस्खे के 
सामने  .... :)

12 टिप्‍पणियां:

  1. ग्रहणीय बात कही है. यूँ सोच सोच कर अनिद्रा के सिवा और क्या मिलता है.

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  2. सिर्फ जवान ही क्यों, स्वस्थ और निरोग बने रहने का अचूक नुस्ख़ा है यह. मैं तो इसको और भी सिम्प्लीफ़ाई कर देता हूँ... एक रोल से निकलते ही उसे पूरी तरह भुला देता हूँ... पल में अफसर होता हूँ और अगले ही पल बाप, दूसरे पल पति... और जब सोने जाता हूँ तो सौंप देता हूँ ख़ुद को उस डायरेक्टर के हवाले जिसने अगले दिन के लिये पता नहीं कौन सा नया रोल लिख रखा हो मेरे लिये!

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  3. बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति आदरेया।

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  4. सच अनुभव की पधशाला से बढ़कर कोई ज्ञान नहीं ..
    बहुत बढ़िया

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  5. बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
    --
    अष्टमी-नवमी और गाऩ्धी-लालबहादुर जयन्ती की हार्दिक शुभकामनाएँ।
    --
    दिनांक 18-19 अक्टूबर को खटीमा (उत्तराखण्ड) में बाल साहित्य संस्थान द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय बाल साहित्य सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
    जिसमें एक सत्र बाल साहित्य लिखने वाले ब्लॉगर्स का रखा गया है।
    हिन्दी में बाल साहित्य का सृजन करने वाले इसमें प्रतिभाग करने के लिए 10 ब्लॉगर्स को आमन्त्रित करने की जिम्मेदारी मुझे सौंपी गयी है।
    कृपया मेरे ई-मेल
    roopchandrashastri@gmail.com
    पर अपने आने की स्वीकृति से अनुग्रहीत करने की कृपा करें।
    डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक"
    सम्पर्क- 07417619828, 9997996437
    कृपया सहायता करें।
    बाल साहित्य के ब्लॉगरों के नाम-पते मुझे बताने में।

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  6. सच कहा आपने तनावरहित रहने का इससे अच्छी दवा नहीं है कोई :)
    सादर !

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