रविवार, 9 दिसंबर 2012

सम्यक आहार...


बिटिया के साथ कल शापिंग करने गई थी ! वापसी में वह मुझे McDonald's में ले गई "भूख लगी है ममा कुछ खा लेंगे यह कहकर " ! उसने हम दोनों के खाने के लिए बर्गर ले आई ! हमारे आस पास बहुत सारे युवा लड़के लडकिया अपने अपने पसंद के खाने का मजा ले रहे थे ! मेरी मनोदशा देख कर बिटिया मंद मंद मुस्कुरा रही थी कारण बहुत बार इस प्रकार का खाना मै अवाइड करती हूँ सिर्फ थोडा बहुत चख लेती हूँ, परहेज है ऐसी बात भी नहीं है ... McDonald's में उसने खाते हुए मेरी तस्वीर लेकर फेसबुक पर टैग कर दी ! उसपर बहुत सारे परिचित के कमेंट्स थे लाईक करते हुए ! एक प्यारा सा कमेंट्स था बेटे का चेन्नई से, कुछ इस प्रकार .."पता नहीं ममा ने बर्गर खाते हुए कितनी बार कहा होगा इसमे कितने फैट्स है ...कितनी कैलोरीज है ? हा ..हा ...हां ..."!

हम अपना आहार अपने रोज के काम, आयु के अनुसार निर्धारित करते है न की दो दिन की जिन्दगी है ....खा ले पी ले, बस मौज कर ले इस प्रकार नहीं ! सिर्फ भोजनभट्ट होकर काम नहीं चलेगा खास कर तब जब हम उम्र के पचास के पार जा रहे हो ! हम किस प्रकार का आहार ग्रहण कर रहे ? उसकी गुणवत्ता क्या है किस प्रकार की भाव दशा में हम अन्न ग्रहण कर रहे है इन सबका अर्थ है ! रोज की इस भाग दौड़ भरी  जिंदगी में ह्रदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप कैंसर जैसे घातक रोग शारीरिक श्रम की कमी और रेशेदार भोजन की कमी से हो रहे है ऐसे विशेषज्ञों का कहना है ! मेरे पास एक सर्वे है जो मै अभी अभी पढ़ रही थी ..."सफोला लाइफ स्टडी 2012 " इस कार्यक्रम के अंतर्गत देश के एक दर्जन नगरों में 30-38 आयु वर्ग में 1,12000 लोगों का सर्वेक्षण किया गया हर शहर की स्थिति थोड़ी अलग अलग है    बैंगलुरू के लोगों में कोलेस्ट्राल स्तर हाई है चेन्नई में डायबिटिज सबसे आगे है कलकत्ता में ज्यादा लोग कैंसरग्रस्त पाए गए ! अहमदाबाद में रक्तहीनता की कमी लोगों में पायी गई क्योंकि उनके भोजन में फलों की कमी है ! राजधानी दिल्ली में मोटापे के रोग से पीड़ित लोगों की संख्या अधिक है क्योंकि यहाँ पर्याप्त शारीरिक श्रम की कमी है और मोटापा बढाने वाला भोजन लोग अधिक करते है !

अपने भोजन के प्रति ध्यान देना सबको जरुरी है ताकि तन,और मन दोनों स्वस्थ रहे,  हमारा भोजन हमारी मांस-मज्जा,रक्त,हड्डी बनाने के अतिरिक्त हमारे समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ! ऐसी प्रगति भी किस काम की जिस में मनुष्य अपनी खाने पीने की सुध बुध भी खो दे सम्यक आहार का चुनाव हर दृष्टी से फायदेमंद है !

9 टिप्‍पणियां:

  1. सम्यक आहार , संतुलित व्यक्ति....
    तन मन स्वस्थ....
    :-)

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  2. संतुलित सम्यक आहार ही सेहत के लिए फायदेमंद है,बहुत उम्दा आलेख....

    recent post: रूप संवारा नहीं,,,

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  3. वाह . बहुत उम्दा,सुन्दर व् सार्थक प्रस्तुति . हार्दिक आभार

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  4. आहार की आवश्यकता ही पोषण और स्वास्थ्य के लिए है, स्वाद और मौज के लिए नहीं। अतः आहार चुनाव में पोषण और स्वास्थ्य का ही ध्यान रखा जाना चाहिए, आहार विषय में फैशन परस्ती स्वास्थ्य के साथ खिलवाड है।

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  5. आजकल खाने पीने में सावधानी की विशेष ज़रूरत है..अच्छा खानपान ही अच्छे जीवन का आधार है..सुंदर चर्चा...धन्यवाद

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  6. बड़े काम की बातें हैं। केवल इतना जोड़ना है कि खाओ,पीओ और मौज़ करो जीवन का एक अद्वितीय सिद्धांत है। पंजाबियों का यह मूलमंत्र है और आप देख लीजिए,पूरी दुनिया में इतनी मस्त क़ौम कोई दूसरी नहीं है। आख़िर,अच्छा स्वास्थ्य भी मस्ती के लिए ही है!

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  7. जरूरत भर का संतुलित शाकाहारी भोजन,बस्स!

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