धरती को जब अपने प्रियतम के विरह में गलते, पिघलते देख आकाश को भी अपनी नीलाभ अलिप्तता छोड़कर प्यार से बरसना पड़ता है! प्रीत की रीत यही है शायद!
यूँ तो कुछ दिनों से शाम होते ही आकाश बादलों से घिर रहा था लेकिन बारिश हुई कल ! इस मौसम की पहली बरसात हुई ! ठंडी ठंडी हवाओं ने रिमझिम रिमझिम फुहारों ने जैसे कह दिया है कि भीषण गर्मी के दिन अब अलविदा होने को है!
यूँ तो कुछ दिनों से शाम होते ही आकाश बादलों से घिर रहा था लेकिन बारिश हुई कल ! इस मौसम की पहली बरसात हुई ! ठंडी ठंडी हवाओं ने रिमझिम रिमझिम फुहारों ने जैसे कह दिया है कि भीषण गर्मी के दिन अब अलविदा होने को है!
घिर-घिर कर
आ गए बादल
नील गगन में
काले-काले
छा गए बादल !
सर्द हुए हवा के झोंके
कड़ाकड़ नभ में
बिजली चमके
तप्त धरा की
प्यास बुझाकर
नदियों में जल भरने
आ गए बादल
छा गए बादल !
वन उपवन में अब
होगी हरियाली
शुक, पीकी मैनायें
नाच उठेंगी
खेत-खलिहानों में
खुशहाली होगी
गाँव-गाँव शहर
आमृत जल बरसाने
आ गए बादल
छा गए बादल !
हरष हरष कर वर्षा
कुछ ऐसे बरसी
चातक मन तृप्त हुआ
बूँद स्वाति की
मोती बनी
मन के आंगन में
छमाछम छम-छम
बूंदों के नुपूर
खनका गए बादल
बरस गए बादल !
हरष हरष कर वर्षा
जवाब देंहटाएंकुछ ऐसे बरसी
चातक मन तृप्त हुआ
बूँद स्वाति की
बेहतरीन अभिव्यक्ति की बहुत सुंदर रचना,,,,, ,
MY RECENT POST,,,,काव्यान्जलि ...: ब्याह रचाने के लिये,,,,,
छमाछम छम-छम
जवाब देंहटाएंबूंदों के नुपूर
खनका गए बादल
बरस गए बादल !
बूंदों की सुंदर खनक ....
शुभकामनायें....
हरष हरष कर वर्षा
जवाब देंहटाएंकुछ ऐसे बरसी
चातक मन तृप्त हुआ
बूँद स्वाति की
मोती बनी ...BILKUL SAHI...
तप्त धरा की प्यास बुझाकर
जवाब देंहटाएंघर को बापस जाते बादल !
हरस हरस कर वर्षा बरसी
चातक मन हर्षाते बादल !
सुन्दर रचना....
जवाब देंहटाएंकल बारिश में झूमे
और आज आपकी रचना पढ़......
:-)
बहुत सुंदर मौसमी रचना
जवाब देंहटाएंक्या कहने
बारिश ही तो है ...जो आज भी बड़े छोटे का भेद मिटा देती है ......
जवाब देंहटाएंबादल है-प्रकृति का नेह। उसकी कल्पना मात्र हर्षाती है। जिस पर बरस जाए,वह तो नाच ही उठेगा। कैसे,कोई मोर देख कर जाने।
जवाब देंहटाएंबाद्ल दिख तो रहे हैं। वर्षा नहीं हो रही।
जवाब देंहटाएंवाह बहुत खूब
जवाब देंहटाएंअब तो बादल आ कर बरसे...तभी कुछ गर्मी से राहत मिलेगी ....
बहुत बढिया!
जवाब देंहटाएंअदभुत ब्लाग
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना सुमन जी ..................
जवाब देंहटाएंबहत खूब ....सुन्दर अभिव्यक्ति.....
जवाब देंहटाएंसुन्दर भाव अभिवयक्ति है आपकी इस रचना में
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