शनिवार, 7 मई 2011

"मदर्स डे" पर खास ...........


मेरी माँ 

सबको अपनी-अपनी माँ प्यारी होती है,
मुझको अपनी माँ सबसे प्यारी लगती है !
सरल सुन्दर मन की मधु, मिश्री-सी मीठी,
प्रेम और ममता की सरिता लगती है !
मेरी हर उलझन को चुटकी में सुलझाती,
घर को सजाकर कैसे सुंदर स्वर्ग बनाती.
माँ कभी पहेली कभी सहेली लगती है !
मेरी ख़ुशी में वह ख़ुशी से खिल जाती, 
दुःख में मेरे फूल सी मुरझाती,
माँ आँगन की फुलवारी लगती है !
कमजोर होता है जब मन, लड़खड़ाते है कदम,
अपने विश्वास भरे हाथों से थाम,
माँ कोई अनजानी प्रेरणा लगती है !
सुघड़ हाथों से तराश-तराशकर शिल्प बनाती,
माँ है विश्वास, माँ है प्रेरणा, माँ सर्वश्रेष्ठ,
भगवान की अनुपम भेंट लगती है !

माँ के लिए कभी लिखी यह पंक्तियाँ आज भी मुझे बहुत प्यारी लगती है ! दस साल पहले की बात है ! तब मै बहुत बीमार पड गई थी मेरे दोनों बच्चे बहुत छोटे थे ! तब माँ ने जिस प्रकार मेरे बच्चों को मेरे घर को संभाला मेरी जिस प्रकारसे सेवा की,  मुझे यह कहते हुये दिलासा देती की, तुझे कुछ नहीं होगा भगवान पर विश्वास रख, माँ की कही हुई बाते आज भी मै नहीं भुला पाई !  मुझे ठीक होने में लगभग एक वर्ष का समय लगा! मृत्यु के करीबसे गुजरने पर ही पता चला जीवन कितना सुंदर है ! और हम व्यर्थ के बातों में सारी जिन्दगी गुज़ार देते है !

आज मदर्स डे पर सभी माताओंको मेरी तरफ से हार्दिक शुभकामनायें !  
आज मदर्स डे के खास मौके पर मेरी बिटिया ने मुझे दिया हुआ गिफ्ट !

18 टिप्‍पणियां:

  1. सुघड़ हाथों से तराश-तराशकर शिल्प बनाती,
    माँ है विश्वास, माँ है प्रेरणा, माँ सर्वश्रेष्ठ,
    भगवान की अनुपम भेंट लगती है !

    सुंदर हृदयस्पर्शी पंक्तियाँ हैं सुमनजी ....... मदर्स डे की शुभकामनायें आपको भी....

    जवाब देंहटाएं
  2. suman ji maa ke bare me jo jo aapne likha hai ek ek shabd poorn roop se sahi hai.apne vichar hamare sath sheyer kiye aabhar.

    जवाब देंहटाएं
  3. nice your blog,,,,
    visit our blog at http://uhooi.blogspot.com/

    जवाब देंहटाएं
  4. माँ है सर्वश्रेष्ठ......
    मदर्स डे की शुभकामनायें

    जवाब देंहटाएं
  5. आप बेहद ममतामयी हैं इस नाते बिटिया खुशकिस्मत है ....

    बिटिया का दिया कार्ड बहुत पसंद आया ...
    लगता है बेहद समझदार है !
    माँ का प्रभाव बेटी पर नज़र आता है !
    शुभकामनायें बिटिया को ...

    जवाब देंहटाएं
  6. सतीश जी,
    बिटिया ने आपकी शुभकामनायें पढ़कर
    स्वीकार की है ! थैंक्स कहने को कहा है !
    धन्यवाद !

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत बढिया.. मुनव्वर राना जी दो लाइने

    मां मेरे गुनाहों को कुछ इस तरह से धो देती है,
    जब वो बहुत गुस्से में होती है तो रो देती है।।

    जवाब देंहटाएं
  8. आदरणीय सुमन जी
    नमस्कार !
    ..........दिल को छू लेने वाली प्रस्तुती
    मदर्स डे की शुभकामनायें

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत सुंदर अहसास...सुंदर प्रस्तुति!

    जवाब देंहटाएं
  10. बहुत ही अच्छा ...माँ तो भगवान का ही दूसरा रूप है .

    जवाब देंहटाएं
  11. सुन्दर भावों से सजी रचना| |

    जवाब देंहटाएं
  12. सुमन जी माँ होती ही ऐसी है त्याग की प्रतिमूर्ति जिसके बारे में जितना लिखिए कम है माँ आप की हमारी किसी की हो माँ तो माँ है जगद जननी कहते हैं हम इसे -पर दिल के जितने नजदीक जो रहे वो तो और प्यारा होता ही है
    माँ है विश्वास, माँ है प्रेरणा, माँ सर्वश्रेष्ठ,
    भगवान की अनुपम भेंट लगती है !

    पर अपनी माँ अपनी ही है अमित प्यार जो है करती
    शुक्ल भ्रमर ५

    जवाब देंहटाएं
  13. suman ji
    maa ke liye agar likhna chahento shabd bhi kam pad jaaye .
    bahut hi dil ke kareeb bhavpravan prastuti
    aapki lagi
    सुघड़ हाथों से तराश-तराशकर शिल्प बनाती,
    माँ है विश्वास, माँ है प्रेरणा, माँ सर्वश्रेष्ठ,
    भगवान की अनुपम भेंट लगती है !
    akdum yathar chitran
    bahut bahut badhai
    poonam

    जवाब देंहटाएं
  14. माँ ने जिन पर कर दिया, जीवन को आहूत
    कितनी माँ के भाग में , आये श्रवण सपूत
    आये श्रवण सपूत , भरे क्यों वृद्धाश्रम हैं
    एक दिवस माँ को अर्पित क्या यही धरम है
    माँ से ज्यादा क्या दे डाला है दुनियाँ ने
    इसी दिवस के लिये तुझे क्या पाला माँ ने ?

    जवाब देंहटाएं
  15. सब पढ़ रही हूँ अनोखी तृप्ति से मन उमड़ रहा है !

    जवाब देंहटाएं
  16. पता नही कैसे आपकी िस कविता पर पहले नही आई। पर सच में ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ अनुपम भेंट है माँ।

    जवाब देंहटाएं