मंगलवार, 7 दिसंबर 2010

हुक्के के धुएं में बर्बाद होता बचपन !

आज के छात्राओं में उन बेशुमार महँगी आद्तोंमे आज हुक्का गुडगुडाना आदत ही, नहीं बल्कि लत बनती जा रही है !हैदराबाद के शहर खासकर शैक्षणिक संस्थान वाले क्षेत्र में इन दिनों अनेक हुक्का सेण्टर अपना धंदा धड़ल्ले से चला रहे है ! गेम जोन, साइबर कैफे ,इन्टरनेट सेण्टर, पब आदि स्थानोपर भारी मात्रां में यूवा वर्ग खासकर टीनेजर कॉलेज छात्र अपने माँ बाप की गाढे पसीने की कमाई हुक्के के धुएं में उड़ाते हुए देखे जा सकते है !प्राप्त जानकारी के अनुसार इन हुक्का सेंटरों में विभिन्न फ्लेवरों की आड़ में जैसे ब्लैक बैरी, स्ट्राबैरी , आरेन्ज फ्लेवर, पान मसाला आदि फ्लेवरों में कोकीन, हेरोइन, ब्राउन शुगर जैसे मादक पदार्थ आसानीसे उपलब्ध करवाए जा रहे है !इन मादक पदार्थों से भरे हुक्का गुड़गुड़ाने के लिए १० से १५ मिनिट के १०००, रूपये से लेकर २,५०० हजार रूपये वसूले जा रहे है !कुछ दिन पूर्व विभिन्न सेंटरों पर पुलिस ने छापे मारकर वहां से ५० से ६० टीनेजर छात्राओ को हिरासत में लिया जो मजे से हुक्का गुडगुडा रहे थे इन छात्राओं को पुलिस थाने ले जाकर उनके अभिभावकों को बुलाकर उनसे सलाह मशवरा कर छात्रोंके भविष्य का ख्याल कर बिना कोई कारवाही किए छोड़ दिया गया इसके आलावा हुक्का सेंटरों के प्रबंधको को संबधित नियमों का पालन करते हुए नाबालिग बच्चों को प्रवेश न देने तथा हुक्का सेवन न करने देने की सक्त हिदायत दी गई पुलिस की इस चेतावनी के बावजूद छात्रओंकी भीड़ में कोई कमी नहीं है !
इन सेंटरोंके संचालक मौज मस्ती के नाम पर छात्रोंको प्रोत्साहित कर चंद पैसों के लिए अपना ईमान बेचकर स्टुडेंट्स को नशे का आदी बनाकर उनके उज्वल भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है समय रहते इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाही नहीं की गई तो छात्रओंका उज्वल भविष्य हुक्के के धुएं में बर्बाद हो सकता है !

17 टिप्‍पणियां:

  1. सटीक पोस्ट। छात्रों को इस विषय में आत्म-मंथन करने की जरूरत है। मेरे पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा।

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  2. आज इस् स्थिति के लिये केवल बच्चे ही नही शिक्षक और मता पिता भी काफी हद तक जिम्मेदार है ।
    देखे ये किधर जा रही शिक्षा ......

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  3. ..देश के भविष्य कहलाने वाले युवाओं को सच में इस तरह सरेआम नशेबाजी, धुआं उड़ाते देखते हैं तो एक टीस से उठती हैं कि क्या यही हमारे भारत के भविष्य हैं.... यदपि आज के युवा पीड़ी बहुत समझदार है लेकिन समाज के कुछ तथाकथित ठेकेदारों का इस तरह युवाओं को भरमाकर बर्वाद करने की दिशा में आगे बढ़ाना गहन चिंता का कारण है. इसके लिए हर जागरूक नागरिक को और माँ-बाप को अपने बच्चों को समय देकर ध्यान देने की सख्त जरुरत है .... ..
    जागरूकता भरी प्रस्तुति बहुत अच्छी लगी... शुभकामनाएं

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  4. बच्चों में संस्कार डालने का काम अब हो नहीं रहा ।
    मां-बाप को समय नहीं । समाज को ज़रूरत नहीं । सरकार के पास योजना नहीं ।
    … और युवा पीढ़ी में उत्तरदायित्व-बोध नहीं ! बड़ों का भय नहीं ! मन में ग़लत के प्रति ग्लानि-भाव नहीं ।
    बहुत बड़ी समस्या है !

    आप-हम अपने लेखन से प्रयासरत रहें , कहीं तो कोई प्रेरित होगा …
    शुभकामनाओं सहित
    राजेन्द्र स्वर्णकार

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  5. आपकी पोस्ट पड़ी बहुत अच्छा लगा आपने आजके युवावर्ग मै हो रहे बदलाव का सही चित्रण किया है , पर दोस्त क्या इन सबके कुसूरवार सिर्फ युवा वर्ग ही हैं क्या इसमें हमारा कोई कसूर नहीं जब वो ये गलत काम करते हैं तो जो बच्चे अपने माँ - पाप के साथ रह रहे हैं क्या उन्हें ये सब नहीं दिखता फिर भी वो खामोश क्यु रहते हैं ! क्या वो अपनी जिम्मेवारी से मुह नहीं मोड़ रहे !
    लेख पड़ कर बहुत अच्छा लगा काश ये खबर सब को हो जाये और वो इस फ़र्ज़ को निभा पायें !
    बधाई दोस्त !

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  6. सर्वे भवन्तु सुखिनः । सर्वे सन्तु निरामयाः।
    सर्वे भद्राणि पश्यन्तु । मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्॥
    सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी मंगलमय घटनाओं के साक्षी बनें, और किसी को भी दुःख का भागी न बनना पड़े .

    नव - वर्ष 2011 की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !

    -- अशोक बजाज , ग्राम चौपाल

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  7. आपको नववर्ष 2011 मंगलमय हो ।
    जबाब नहीं निसंदेह ।
    यह एक प्रसंशनीय प्रस्तुति है ।
    धन्यवाद ।
    satguru-satykikhoj.blogspot.com

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  8. आप अपने ब्लाग की सेटिंग मे(कमेंट ) शब्द पुष्टिकरण ।
    word veryfication पर नो no पर
    टिक लगाकर सेटिंग को सेव कर दें । टिप्प्णी
    देने में झन्झट होता है । अगर न समझ पायें
    तो rajeevkumar230969@yahoo.com
    पर मेल कर देना ।
    satguru-satykikhoj.blogspot.com

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  9. blog setting thik kiya hai abhi comment karne me koi dikkat nahi hogi is or dhyaan dilaneka rajeev ji apka anek dhanyavad.

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  10. आदरणीय सुमन जी
    नमस्कार !
    ........प्रसंशनीय प्रस्तुति है ।
    धन्यवाद ।
    आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं

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  11. बहुत सुन्दर प्रस्तुति, विचारात्मक लेख
    लोहरी और मकरसंक्रांति की बहुत बहुत शुभकामना

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  12. आदरणीय Suman जी
    सादर प्रणाम
    आपको मकर सक्रांति की हार्दिक शुभकामनायें ......आपकी पोस्ट निश्चित रूप से ग्राह्य है ..भारत का भविष्य युवाओं के लिए यह पोस्ट निश्चित रूप से विचारणीय है ...बेहद प्रशंसनीय प्रस्तुति के लिए आपका आभार

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  13. यह तो बहुत चिन्ताजनक और घातक स्थति है!

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