जब हिरोशिमा नागासाकी पर पहला अणुबम गिरा तो लाखो लोग सोते-सोते ही समाप्त हो गए थे! आज जापान में यही स्थिति कुदरत ने पैदा कर दी है!
!कुदरत के इस विनाशकारी भूकंप ने जापान को उसी कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है !फुकुशीमा परमाणु सयंत्र के चौथे रिएक्टर में फिर से आग लग गई है जिसपर काबू नहीं पाया जा सका ४८ घंटे जापान ही नहीं पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे !
आइन्स्टीन को किसी ने पूछा था तीसरे महायुद्ध में किन-किन अस्रों शस्त्रोंका प्रयोग होगा? आइन्स्टीन ने कहा तीसरे का तो पता नहीं लेकिन चौथे के बाबत मै बता सकता हूँ पूछने वाला बहुत हैरान हुआ तीसरे के बाबत पता नहीं पर चौथे के बारे कैसे बता सकते है उसने पूछा तब आइन्स्टीन ने जवाब दिया की अगर चौथा महायुद्ध हुआ जिसकी कोई सम्भावना नहीं है, तो आदमी पत्थर के औजारोंसे लडेगा क्योंकि तीसरा महायुद्ध मनुष्य के सारे विकास को उसकी सारी समृद्धि को नाश कर देगा !
जानकारी के अनुसार दुनिया में प्रति घण्टा लगभग ५० करोड़ रूपये इस प्रकारके घातक विनाशकारी अस्त्रोंको बनाने में खर्च होते है २४ घंटोमे बारह अरब रूपये (यह अकड़े पुराने है अब जादा भी हो सकते है ) जब की हर तीन आदमियों में दो आदमी भूखे है ! विकास के नाम पर जो सामूहिक मरने की तय्यारी देशोंमे चल रही है इसे हम क्या नाम दे महाविकास या महाविनाश
आपका ब्लॉग पसंद आया....इस उम्मीद में की आगे भी ऐसे ही रचनाये पड़ने को मिलेंगी कभी फुर्सत मिले तो नाचीज़ की दहलीज़ पर भी आयें-
जवाब देंहटाएंhttp://vangaydinesh.blogspot.com/2011/03/blog-post_12.html
विकसित होने और आगे बढ़ने के नाम पर महाविनाश ही हो रहा है...... प्रकृति अपना रौद्र रूप दिखा रही है ..... विचारणीय प्रश्न है आपका .....
जवाब देंहटाएंबिलकुल सत्य कहा आपने .....
जवाब देंहटाएंआपको, आपके परिवार को होली की अग्रिम शुभकामनाएं!!
कृपया जापान के प्रकृतिक आपदा का उपहास उडाने वालों के विरुद्ध मेरा साथ दे इस पोस्ट पर http://ahsaskiparten-sameexa.blogspot.com/2011/03/blog-post.html
जवाब देंहटाएंहोली की शुभकामनायें स्वीकार करें !
जवाब देंहटाएंसादर
आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंसभी मित्रोंका बहुत बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएंआप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाये !
बेहतरीन आंकड़ों के साथ एक कटु सत्य को बयान करता आलेख ।
जवाब देंहटाएंबहुत सार्थक और वर्तमान परिदृष्य की चिंताओं को अभिव्यक्त करता सटीक आलेख, होली पर्व की घणी रामराम.
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