"सुरभित सुमन"
रविवार, 10 जनवरी 2021
वही तो गाता है ...
सुमधुर,
सनातन शाश्वत गीत
हृदय के तारों पर
वही तो गाता है
सेकडों कंठों को
अपना उपकरण बनाकर !
जिसमें से कोई एक कंठ
किसी के
सोए पड़े तारों को
झनझना कर जगाता है !
हृदय के तारों पर
गीत वही तो गाता है !
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)