tag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post3604786966177883998..comments2023-11-02T00:44:51.318-07:00Comments on "सुरभित सुमन": एक कविता को छोड़कर .....Sumanhttp://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-82482650762999690352012-08-11T21:42:38.399-07:002012-08-11T21:42:38.399-07:00मनुष्य के मुकाबले अक्षर का जीवन अधिक लंबा होता है....मनुष्य के मुकाबले अक्षर का जीवन अधिक लंबा होता है. वह पीड़ा को भी अधिक समय तक संजोए रखता है. बहुत सुंदर कविता.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-74389469735553742012012-08-07T02:31:59.315-07:002012-08-07T02:31:59.315-07:00मार्मिक ... किसी करीब के जाने का दर्द बहुत मुद्दत ...मार्मिक ... किसी करीब के जाने का दर्द बहुत मुद्दत तक रहता है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-13545901993794866032012-08-05T07:22:49.422-07:002012-08-05T07:22:49.422-07:00मार्मिक! ये दर्द भी शाश्वत है और आना-जाना भी!मार्मिक! ये दर्द भी शाश्वत है और आना-जाना भी!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-5078342753962189972012-08-05T01:10:48.432-07:002012-08-05T01:10:48.432-07:00इस सार्थक पोस्ट के लिए बधाई स्वीकार करें.
कृपया ...इस सार्थक पोस्ट के लिए बधाई स्वीकार करें.<br /><br /> कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारें , आभारी होऊंगा .S.N SHUKLAhttps://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-76882103839224307522012-08-04T10:51:36.791-07:002012-08-04T10:51:36.791-07:00कविता कालजयी होती है, जिस कविता में जीवन हो।
जीव भ...कविता कालजयी होती है, जिस कविता में जीवन हो।<br />जीव भी काल को जीत लेता है, यदि जीवन में कविता हो।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-76450800048820664242012-08-04T09:12:23.521-07:002012-08-04T09:12:23.521-07:00वह जीवन नहीं
मृत्यु के द्वार पर
खड़ी हुई ...वह जीवन नहीं <br /> मृत्यु के द्वार पर <br /> खड़ी हुई मनुष्य की <br />लंबी कतारे है <br /> कोई आज गया कोई <br /> कल कोई परसों जायेगा <br /><br />कठोर सत्य को उकेरती कविता ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-72377797284702563012012-08-03T21:03:47.991-07:002012-08-03T21:03:47.991-07:00कभी कविता में भी कोई जीवन नहीं होता। कभी,जीवन ही क...कभी कविता में भी कोई जीवन नहीं होता। कभी,जीवन ही कविता होती है।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-55517407928600118332012-08-03T16:46:41.309-07:002012-08-03T16:46:41.309-07:00कोई आज गया कोई
कल कोई परसों जायेगा ...कोई आज गया कोई <br /> कल कोई परसों जायेगा <br /> देर सवेर की बात है <br /> खोजने पर भी उनके <br /> नहीं मिलेंगे निशान<br /> जैसे पानी पर खींची<br /> गई हो लकीरें <br /><br />सच है जीवन में शाश्वत कुछ नहीं ...... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-88895247866243252812012-08-03T09:40:48.725-07:002012-08-03T09:40:48.725-07:00लोगों का क्या है रस्म
निभाकर निकल पड़े
मौत आएगी ...लोगों का क्या है रस्म <br />निभाकर निकल पड़े <br />मौत आएगी मिलन <br />को , हमें ही पता नहीं <br />कब जायेंगे घर छोड़ कर, सोंचा नहीं सनम ,<br />मरने का समय तय है, पर हमको पता नहीं !<br /><br />Read more: http://satish-saxena.blogspot.com/search/label/%E0%A4%97%E0%A5%80%E0%A4%A4?updated-max=2011-06-03T22:06:00-07:00&max-results=20&start=29&by-date=false#ixzz22VBtYaNASatish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-72365851119426455332012-08-03T09:39:39.712-07:002012-08-03T09:39:39.712-07:00बहुत मर्मस्पर्शी रचना ... जीवन के सत्य को कहती हुई...बहुत मर्मस्पर्शी रचना ... जीवन के सत्य को कहती हुई ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-10470257215278419032012-08-03T08:53:18.168-07:002012-08-03T08:53:18.168-07:00कि मिट जाती है
ऐसे ही पल में सब कुछ
मिटा देती है म...कि मिट जाती है<br />ऐसे ही पल में सब कुछ<br />मिटा देती है मृत्यु<br />एक कविता को छोड़कर .......<br /><br />बड़ी ही मर्मस्पर्शी प्रस्तुति !<br />सादर !शिवनाथ कुमारhttps://www.blogger.com/profile/02984719301812684420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-83115533380734977742012-08-03T08:03:51.135-07:002012-08-03T08:03:51.135-07:00खोजने पर भी उनके
नहीं मिलेंगे निशान
...खोजने पर भी उनके <br /> नहीं मिलेंगे निशान<br /> जैसे पानी पर खींची<br /> गई हो लकीरें <br /> बन भी नहीं पाती <br /> कि मिट जाती है <br /><br />.....यही जीवन का सत्य है...बहुत मर्मस्पर्शी प्रस्तुति..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-19724469299571410542012-08-03T08:03:47.038-07:002012-08-03T08:03:47.038-07:00हृदयस्पर्शी रचना सुमन जी....
मैंने भी लिखी थी कुछ ...हृदयस्पर्शी रचना सुमन जी....<br />मैंने भी लिखी थी कुछ ऐसी हेई रचना जब अभी एक बहुत अपना एक पूरा परिवार खोया था दुर्घटना में...<br />मगर पोस्ट करने का मन नहीं किया था.<br />आज फिर जी भर आया.<br />सादर<br />अनुANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.com