tag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post3310140278546278608..comments2023-11-02T00:44:51.318-07:00Comments on "सुरभित सुमन": ऐलिस इन वंडरलैंड ….Sumanhttp://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-44801514150880514572013-08-18T06:05:42.008-07:002013-08-18T06:05:42.008-07:00बिल्कुल ... गतिशीलता ही जीवन है स्थिरता तो मृत्यु ...बिल्कुल ... गतिशीलता ही जीवन है स्थिरता तो मृत्यु को इंगित करती है ..के. सी. मईड़ाhttps://www.blogger.com/profile/14339858090989949512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-25899969241538015722013-08-18T06:03:37.619-07:002013-08-18T06:03:37.619-07:00इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.के. सी. मईड़ाhttps://www.blogger.com/profile/14339858090989949512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-11534541490893526872013-08-17T01:13:37.971-07:002013-08-17T01:13:37.971-07:00अक्सर हमें लगता है कि हम चलते चलते बहुत दूर आ गए प...अक्सर हमें लगता है कि हम चलते चलते बहुत दूर आ गए पर कुछ मिला नहीं <br />सब शून्य .... <br />पर उस शून्यता के भीतर बहुत कुछ परिपूर्ण होता है <br />ठहराव से बढ़िया सही सोच के साथ सदा गतिमान रहना है <br /><br />सादर! शिवनाथ कुमारhttps://www.blogger.com/profile/02984719301812684420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-56272223563609177212013-08-16T10:03:29.649-07:002013-08-16T10:03:29.649-07:00मैं इसके जवाब में अपनी एक ग़ज़ल दे रहा हूँ...
जब भी...मैं इसके जवाब में अपनी एक ग़ज़ल दे रहा हूँ...<br /><br />जब भी सोचूँ अच्छा सोचूँ।<br />मैं तो केवल इतना सोचूँ।<br /><br />बालिग होकर ये मुश्किल है,<br />आओ खुद को बच्चा सोचूँ।<br /><br />सोच रहे हैं सब पैसों की,<br />लेकिन मैं तो दिल का सोचूँ।<br /><br />बातों की तलवार चलाए,<br />कैसे उसको अपना सोचूँ।<br /><br />ऊपर वाला भी कुछ सोचे,<br />मैं ही क्योंकर अपना सोचूँ।<br /><br />जो भी होगा अच्छा होगा,<br />मैं बस क्या है करना सोचूँ।प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-56467482984833919872013-08-13T23:27:38.567-07:002013-08-13T23:27:38.567-07:00सकारात्मक गति से चलते रहना ... और उस पगली जैसे भोल...सकारात्मक गति से चलते रहना ... और उस पगली जैसे भोले ही रहना जीवन का सार है ... आशा का दामन साथ होना चाहिए ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-29474784523694398762013-08-13T21:42:58.134-07:002013-08-13T21:42:58.134-07:00सकारात्मक गतिशीलता आवश्यक है ....... आपका ये द्वंद...सकारात्मक गतिशीलता आवश्यक है ....... आपका ये द्वंद्व कई बार खुद भी महसूस किया है .... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-4055818223915704332013-08-13T11:29:22.042-07:002013-08-13T11:29:22.042-07:00नमस्कार आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल बुधवार (14 -...नमस्कार आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल बुधवार (14 -08-2013) के <a href="http://charchamanch.blogspot.in" rel="nofollow">चर्चा मंच -1337</a> पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थअरुन अनन्तhttps://www.blogger.com/profile/02927778303930940566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-85298883214821950632013-08-13T05:25:55.969-07:002013-08-13T05:25:55.969-07:00बिल्कुल सही है गतिमान रहना जरुरी है पॉजिटिव सोच ...बिल्कुल सही है गतिमान रहना जरुरी है पॉजिटिव सोच के साथ ही आगे बढना है .... Ranjana vermahttps://www.blogger.com/profile/18228698425578643882noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-76397148204342997312013-08-13T03:02:05.343-07:002013-08-13T03:02:05.343-07:00नकारात्मक उर्जा के पनपने के डर से,साफ सुथरे विचारो...नकारात्मक उर्जा के पनपने के डर से,साफ सुथरे विचारों की अभिव्यक्ति कर ,सकारात्मक उर्जा स्त्रोत से जुड़े रहे ? <br /><br />इस शरीर में रहते हुये इससे भागना नामुमकिन सा ही है, बेहतर है हम सकारात्मक ऊर्जा का संग्रहण करते चले तो जीवन सरल हो जायेगा.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-34463741900308192532013-08-13T03:00:18.166-07:002013-08-13T03:00:18.166-07:00उसने कहा पागल लड़की किसी भी दुनिया में कोई कितना भ...उसने कहा पागल लड़की किसी भी दुनिया में कोई कितना भी दौड़े कहीं नहीं पहुंचता ! कोई भी रास्ता कभी पूरा नहीं होता, जो भी पाना था उसके पीछे दौड़ते दौड़ते एक दिन खड़े होकर देखोगी तो फासला उतना ही रहेगा जहाँ से शुरू किया था !<br /><br />जीवन का सारांश यही है. बहुत ही विचारणीय आलेख.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-2695984092513480692013-08-13T02:58:53.859-07:002013-08-13T02:58:53.859-07:00जी बिलकुल ठीक लिखा ....खुद को गतिमान रखना ज़रूरी ह...जी बिलकुल ठीक लिखा ....खुद को गतिमान रखना ज़रूरी है ...तभी तो सद्गति मिलेगी और हम दुर्गति से बचेंगे ....!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-71674656303029720312013-08-13T00:26:12.034-07:002013-08-13T00:26:12.034-07:00नहीं ...
नकारात्मक विचार ग्रहण योग्य नहीं होते !आश...नहीं ...<br />नकारात्मक विचार ग्रहण योग्य नहीं होते !आशा जीवन दीप है , उसे बुझना नहीं चाहिए !<br />बशर्ते धोखे का पीछा न किया जा रहा हो !<br />Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.com