tag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post2565731165254897870..comments2023-11-02T00:44:51.318-07:00Comments on "सुरभित सुमन": परंपराओं का अंधानुकरण कितना सही है ! ( स्मृति )Sumanhttp://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-26844024699605640082011-11-04T08:28:05.403-07:002011-11-04T08:28:05.403-07:00बहुत बढ़िया लिखा है आपने! लाजवाब प्रस्तुती!बहुत बढ़िया लिखा है आपने! लाजवाब प्रस्तुती!Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-91289631160112186062011-10-27T10:23:09.655-07:002011-10-27T10:23:09.655-07:00राह रौशन कर देने वाली पोस्ट.राह रौशन कर देने वाली पोस्ट.Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-1692872627226798332011-10-27T02:09:05.958-07:002011-10-27T02:09:05.958-07:00रचना के प्रकाशन की बधाई. व्यावहारिक सुझाव दिए हैं ...रचना के प्रकाशन की बधाई. व्यावहारिक सुझाव दिए हैं आपने इस रचना के माध्यम से.अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-25608733554510596912011-10-26T20:14:30.034-07:002011-10-26T20:14:30.034-07:00बहुत बढ़िया लिखा है आपने! लाजवाब प्रस्तुती!
आपको ए...बहुत बढ़िया लिखा है आपने! लाजवाब प्रस्तुती!<br />आपको एवं आपके परिवार के सभी सदस्य को दिवाली की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें !<br />मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-<br />http://seawave-babli.blogspot.com/<br />http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-23315287937343060372011-10-25T07:30:28.365-07:002011-10-25T07:30:28.365-07:00अरे आप जाग रहे हैं तभी तक तो लक्ष्मी जी आयेंगी । स...अरे आप जाग रहे हैं तभी तक तो लक्ष्मी जी आयेंगी । सो जाने पर दरवाजा खुला रखें या बंद उन्हें तो लौट ही जाना है । इस लेख से आशा है कई लोगों की आंखें खुल जायेंगी ।<br /><br />काफी भारी कीमत चुकानी पडी आपकी स्नेहा जी को इस अंधविश्वास की ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-21166540122985585432011-10-21T14:28:34.167-07:002011-10-21T14:28:34.167-07:00अज्ञान ही अंधकार है और ज्ञान ही प्रकाश ! आप क़ी भ...अज्ञान ही अंधकार है और ज्ञान ही प्रकाश ! आप क़ी भी दीवाली शुभ हो !संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-33293308831841221152011-10-20T03:47:29.300-07:002011-10-20T03:47:29.300-07:00बिलकुल सही लिखा है आपने .......कभी -कभी अन्धविश्वा...बिलकुल सही लिखा है आपने .......कभी -कभी अन्धविश्वासी होना हमें कहीं का नहीं छोड़ता हैरेखाhttps://www.blogger.com/profile/14478066438617658073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-24167307339453123472011-10-20T02:45:13.559-07:002011-10-20T02:45:13.559-07:00किसी परम्परा की नींव भी सहजता से नहीं पड़ती। या तो...किसी परम्परा की नींव भी सहजता से नहीं पड़ती। या तो उनका संबंध हमारी संस्कृति के मूल से होता है अथवा सदियों के अनुभव से। इतना ज़रूर है कि देश,काल और परिस्थिति के अनुसार, परम्पराओं के स्वरूप में आवश्यक परिवर्तन करने चाहिए और जो फिर भी निर्वाह योग्य न हों,उनका समाप्त हो जाना ही अच्छा!कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-15706126463642850372011-10-20T02:05:57.065-07:002011-10-20T02:05:57.065-07:00आपकी बातों से पूरी तरह सहमत
अच्छा लेख, बधाईआपकी बातों से पूरी तरह सहमत<br />अच्छा लेख, बधाईमहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-20233074515490563192011-10-19T18:27:44.231-07:002011-10-19T18:27:44.231-07:00सच कहा आपने.... सुंदर लेखसच कहा आपने.... सुंदर लेख डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2101352383183555.post-48995494006720160892011-10-19T10:47:08.392-07:002011-10-19T10:47:08.392-07:00वाकई अज्ञान ही अन्धकार है ....मगर समझ नहीं आता !
...वाकई अज्ञान ही अन्धकार है ....मगर समझ नहीं आता !<br />आभार अच्छी रचना के लिए !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.com